आज के समय में खेती के साथ-साथ एक अच्छा रोजगार बन गया है। राजस्थान में कई लोग गाय, भैंस, बकरी या बैल पाल कर अच्छी कमाई कर रहे हैं। ऐसे में किसानों और पशुपालकों की मदद के लिए सरकार ने “पशुपालन ऋण योजना 2025” शुरू की है।
इस योजना के तहत सरकारी बैंक से व्यवसायिक व्यवसाय पर ऋण दिया जाता है, जो आपको दूध देने वाले पशुओं की खरीद-फरोख्त, उनके रहने के स्थान को आरामदायक बनाने, चारे की व्यवस्था करने और आपके व्यवसाय को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने की सुविधा प्रदान करता है।
Pahupalan Loan Yojana 2025
इस योजना का सबसे बड़ा उद्देश्य किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाना है। कई बार पैसे की कमी के कारण लोग सिगरेट पीना शुरू नहीं करते और न ही बीच में ही छोड़ देते हैं। इस योजना से उन्हें कम ब्याज पर लोन मिलेगा, जिससे वे बेफिक्र होकर अपना काम कर सकेंगे। साथ ही इस योजना से ग्रामीण इलाकों में रोजगार बढ़ाने और दूध-दही की संख्या बढ़ाने में भी मदद मिलेगी। इससे जुड़कर देश की अर्थव्यवस्था भी मजबूत होगी।
युवा ऋण योजना के लिए पात्रता
अगर आप इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं तो नीचे दिए गए कुछ कार्ड पूरे करना जरूरी है:-
- आवेदक भारत का नागरिक होना चाहिए।
- वह किसान या पशुपालक होना चाहिए।
- अगर किसी ने पहले लोन लिया है तो उसे समय पर चुकाना चाहिए।
- आधार कार्ड और बैंक अकाउंट होना जरूरी है।
ऋण … योजना के तहत ऋण राशि का भुगतान
इस योजना के तहत ₹1 लाख लेने वाले व्यक्ति को ₹10 लाख तक का लोन दिया जाता है। जो लोग छोटे स्तर पर काम करना चाहते हैं, उनके लिए यह राशि कम है, जैसे ₹1 लाख से ₹3 लाख। जो लोग बड़े स्तर पर कोई फर्म या व्यवसाय खोलना चाहते हैं, उन्हें ₹5 लाख से ₹10 लाख तक का लोन मिलता है। लोन की राशि आपकी योजना की मांग और आपके द्वारा प्रस्तावित नामांकन के प्रकार पर निर्भर करती है।
सरकारी बैंकों के अलावा आप नाबार्ड और सहकारी बैंकों से भी यह लोन ले सकते हैं। लोन मिलने के बाद आपको इसे 5 से 7 साल में चुकाना होता है। कुछ मामलों में सरकार ब्याज पर सब्सिडी भी देती है, जिससे लोन चुकाना और भी आसान हो जाता है।
पशुपालन लोन योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज
- आधार कार्ड
- पैन कार्ड
- वोटर आईडी या कोई भी पहचान पत्र
- पासपोर्ट साइज फोटो
- निवास प्रमाण पत्र
- जाति प्रमाण पत्र (यदि आप आरक्षण लेना चाहते हैं)
- बैंक पासबुक की कॉपी
- आय प्रमाण पत्र
- जमीन से जुड़े कागजात (यदि आपके पास जमीन है)
- मोबाइल नंबर जो आधार से लिंक हो।
सरकार द्वारा दी जाने वाली सब्सिडी
पशुपालन लोन योजना में सरकार 25% से लेकर 50% तक की सब्सिडी भी देती है। यह सब्सिडी सीधे आपके बैंक खाते में ट्रांसफर की जाती है। महिलाओं, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और सीमांत किसानों को ज़्यादा सब्सिडी मिलती है। सब्सिडी से कुल लोन की राशि कम हो जाती है, जिससे आपको कम ब्याज देना पड़ता है।
कुछ राज्यों में ब्याज पर छूट भी मिलती है और समय पर किस्त चुकाने वाले किसानों को अतिरिक्त पुरस्कार या आर्थिक सहायता भी मिलती है। इसके अलावा सरकार पशुपालन के लिए कई तरह के प्रशिक्षण और सहायता कार्यक्रम भी चलाती है ताकि लाभार्थी अपना व्यवसाय सफलतापूर्वक चला सकें।
कितना लोन और सब्सिडी मिलती है
पशुपालन के लिए सरकार विभिन्न प्रयोजनों हेतु ऋण उपलब्ध कराती है, जिनका उल्लेख नीचे किया गया है:-
- गाय के लिए 60,000 रुपये तक का लोन मिल सकता है।
- भैंस के लिए 80,000 रुपये तक का लोन मिल सकता है।
- मुर्गी पालन के लिए 1 लाख से 5 लाख रुपये तक का लोन मिल सकता है।
- बकरी पालन के लिए 50,000 से 2 लाख रुपये तक का लोन मिल सकता है।
इसके अलावा सरकार 25% से 50% तक सब्सिडी भी देती है। महिलाओं, अनुसूचित जातियों/जनजातियों और गरीब किसानों को ज़्यादा सब्सिडी मिलती है।
पशुपालन लोन योजना के लिए आवेदन कैसे करें?प्रक्रिया जानें
- सबसे पहले आपको अपने नजदीकी सरकारी बैंक शाखा में जाना होगा।
- इसके बाद वहां पशुपालन लोन योजना के लिए आवेदन पत्र प्राप्त करें।
- फिर उस आवेदन पत्र को ध्यानपूर्वक भरना होगा और आवश्यक दस्तावेजों को आवेदन पत्र के साथ संलग्न करना होगा।
- फिर इस आवेदन पत्र को जमा करने के बाद बैंक अधिकारी आपकी योजना की समीक्षा करेंगे।
- अगर आपकी योजना उपयुक्त पाई जाती है तो लोन स्वीकृत हो जाएगा।
- कुछ राज्यों और क्षेत्रों में नाबार्ड के माध्यम से भी लोन दिया जाता है, इसके लिए नाबार्ड से संबद्ध सहकारी बैंक या ग्रामीण बैंक से संपर्क करें।
- नाबार्ड से लोन प्राप्त करने के लिए आपको बैंक को एक विस्तृत परियोजना रिपोर्ट जमा करनी होगी।
- बैंक और नाबार्ड मिलकर आपकी योजना का मूल्यांकन करते हैं।
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